क्या आप डरे हुए हैं कि Artificial Intelligence आप की जगह ले लेगा। आज हम जानेंगे क्यों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ह्यूमन की जगह नहीं ले सकता है।
आज की लेबर मार्केट में तेजी से तरक्की करती Artificial Intelligence की टेक्नोलॉजी का सामना होता है! तो नौकरी देने वाले शायद सोचते हैं की ऑटोमेटिक प्रोसेस हमारे काम को आसान और तेज बना देगा! बल्कि और ज्यादा बेहतर!
और दूसरी तरफ Employee सोचते हैं और डरते हैं! अपनी Job खोने से उनको लगता है कि यह मशीन उनकी जगह ले लेगा
आई को इस तरह डिजाइन किया गया है कि जिस काम में इंसान को करने में देर लगती हो! उस काम को AI बहुत इफेक्टिव Way में और तेजी से अंजाम दे सके।
लेकिन इंसान से ऊपर नहीं हो सकता है क्योंकि इसको काम करने के लिए इंसान के इनपुट की जरूरत पड़ती है।
यह भी पढ़ें👉:-क्या कामयाब होने के लिए पढ़ना ज़रूरी है? Education Thoughts in Hindi
जाहिर Artificial Intelligence इंसान के कुछ कहने से ही कुछ करेगा! क्योंकि उसके अंदर समझने की काबिलियत नहीं होती।
आज के इस आर्टिकल में आप देखेंगे क्यों इंसान आज भी बेहद जरूरी है काम की जगह पर और और एआई पूरी तरह से इंसान की जगह नहीं ले सकता है
1. इंसान AI काम को अंजाम देते हैं
इंसानी दिमाग के बगैर कोई भी AI का वजूद ही नही हो सकता है। Artificial Intelligence जो Term है, इसका मतलब इंसानों के दिया गया design है।
AI जिसमें develop किया गया उसके कोड इंसानों ने ही लिखे हैं। AI मशीनें जिस data का इस्तेमाल करती हैं! वह इंसानों के ज़रिए ही डाला गया है। और यह इंसान हैं जो इन मशीनों का इस्तेमाल करते हैं।
जैसे-जैसे Ai Applications बढ़ रही हैं, इंसानी Services भी बढ़ेंगी। किसी को AI Process को design करना है, उन मशीनों के को बनाना और चलाना है, और उनको maintain करके रखना है।
सिर्फ इंसान ही यह सब कर सकते हैं। इन सच्चाई पर क़ायम रहते हुए! आप इंसानों के ऊपर AI के हावी होने की किसी भी अटकल को मजबूती से खारिज कर सकते हैं।
2. इंसानी ज़िहानत और क़बिलियत को पूरा करना!
यह मुकाबले की बात भी humans की तरफ से ही आ रही है वैसे। इसमें कोई शक नही कि Artificial Intelligence applications!” काम की जगहों ओर तरक़्क़ी पकड़ रही हैं।
और वह बहुत सी नोकरियों की जगह ले लेंगी, जो लोग आज अंजाम दे रहे हैं। AI से जो भी काम लिए जाते हैं! वह ज़्यादतर Repetitive Task ही होते हैं। जिनमें Intense Reasoning की बहुत कम ज़रूरत होती है।
इन सबसे बढ़कर कार्यस्थल की बढ़ती हुई demand से इंसानों के लिये नए रास्ते खुलेंगे, क्योंकि दुनियाँ एक ज़्यादा तकनीकी landscap की तरफ बढ़ रही है।
World Economic Forum की एक Report के मुताबिक़ 2025 तक AI 85 Million Jobs की जगह ले लेगा।
इसके अलावा AI की बदौलत 97 million jobs उसी साल available भी हो जाएंगी। तो बड़ा सवाल यह है कि इंसान AI की जगह Replace होने के बजाय उसके साथ कैसे काम कर सकता है इसपर हमारा ध्यान होना चाहिए।
क्योंकि आज के इस दौर में मुमकिन नही तो मुश्किल ज़रूर है। और इंसानों के बिना कोई AI नही होगा। आगे की सोच रखने वाले organizations फेल से ही ऐसे रास्ते तलाश रहे हैं।
जिससे इंसानी क़बिलियत और AI को शामिल किया जा सके, ताकि बड़े level की Productivity और Innovation की और बढ़ा जा सके।
3. AI में जज़्बाती ज़िहानत की कमी है।
इमोशनल इंटेलिजेंस एक ऐसा खास फैक्टर है जो कि इंसानों को हमेशा के लिए काम की जगह पर relevant बनाता है.
काम की जगह पर Emotional Intelligence पर ज्यादा जोर नहीं दिया जा सकता है। खासतौर पर जब client से deal चल रही हो ।
एक basic ज़रूरत जिससे इनकार नही किया जा सकता है! कि हम इंसानों को एक दूसरे के Emotional Connection की ज़रूरत होती है। Ai human इंटेलिजेंस की नकल करने की कोशिश तो करता है! पर Emotional Intelligence आसान नही है कि किसी intellectual की तरह नक़ल कर सके। क्यों?
क्योंकि इसे ज़रूरत होती है हमदर्दी, इंसानी तजुर्बे की गहरी समझ! खास तौर पर दर्द और तकलीफ! और Ai दर्द को महसूस नही करता।
Smart Business और Companies के Executives! staff और clients के जज़्बात को आकर्षक करने की अहमियत को समझते हैं। एक मशीन इंसानी Connection के इस level को कभी achieve नही कर सकता है। जबकि एक इंसान होने के नाते इंसानी जज़्बात को बढ़ाने के तरीके मौजूद हैं।
भले ही AI को, इंसानों को जवाब देने के लिए कितनी ही अच्छी तरह से बनाया गया हो, इस बात का कोई इमकान नही है कि इंसान AI के साथ इतना मजबूत जज़्बाती रिश्ता बना पाएँगे।
यही वजह है कि AI इंसानों की जगह कभी नही ले सकता है। खास तौर से जैसा कि दूसरों के साथ जुड़ना कारोबारी तरक़्क़ी के लिए ज़रूरी है।
4. AI के पास कोई soft skills नहीं हैं।
हर काम वाले जगह पर soft skills होना जरूरी है। इसमें details हासिल करने के लिए team की attention! critical और creative thinking, असरदार cummunication और आपसी skills!
यह Soft Skills वह हैं जिनकी Demand हर Industry में है,! और आपको सबसे पहले इनको Professionally Way में विकसित करने में कामयाब पाना है।
इंसानों को इन्हें सीखने और इनमें महारत हासिल करने ज़रूरत होती है। हालात की परवाह किये बिना, इनमें तरक़्क़ी पाना हर किसी के लिए के लिए काबिल-ए-क़द्र है।
किसी भी Industry में Field Workers की तरह कंपनी के Executives को तरक़्क़ी करने के लिए इनकी ज़रूरत होती है। इसलिए यह Soft Skills Workspace में आपको AI के मुकाबले बढ़त देती हैं।
हालांकि Soft Skills मशीनों के लिए अजनबी हैं। AI काम की जगह की Development और तरक़्क़ी के लिए इन soft skills को तय्यार नही कर सकता।
यह skills को develop करने के लिए Higher Level के तर्क और Emotional Intelligence की ज़रूरत होगी! और आपने ऊपर जान ही लिया है कि Emotional Intelligence सिर्फ humans में पाया जाता है, मशीनों में नही।
5. AI सिर्फ दिए गए डाटा पर ही काम कर सकता है।
AI सिर्फ हासिल किए गए डेटा पर ही काम करता है, मतलब जो कमांड आप इसे देंगे यह सिर्फ उतना ही कर पायेगा, उससे बेहतर result की आप AI से उम्मीद नही कर सकते हैं।
और अगर AI इससे ज़्यादा करने लगें तो वह कुछ और ही होगा AI तो इस तरह design नही किया गया है।
इसलिए जब मशीन में डाले गए डेटा में कुछ नया काम या इसके Algorithom में अंदाज़े से हटकर Circumstances को शामिल नही किया जाता है तो यहीं पर यह मशीन बेकार हो जाती हैं।
Manufacturing Industries में यह Situations आम है, और AI बनाने वाले आर्ज़ीज़ हल तलाश करने की कोशिश करते हैं। यह ख्याल की AI किसी भी हालात के मुताबिक ढल जाएंगे artificial intelligence के कुछ myths में से एक है।
इसलिए, अगर आपको डर है कि AI सब industries में घुसपैठ कर सकता है, और आपकी Professional Skills की Demand को ख़त्म कर सकता है, तो यक़ीन मानिये ऐसा नही होने वाला।
इंसानी समझ और इंसान की anylyze करने और बनाने की दिमागी ताक़त, सुधार, तरकीब और information हासिल करने की क़बिलियत को AI से बदला जाना आसान नही है।
6. डाटा हासिल करने में AI की एक हद है।
Creative Concepts पर काम करने के तरीक़ों पर गौर व फिक्र करते समय, AI में इंसानी खूबी की कमी है क्योंकि, यह पहले से ही तय है की AI सिर्फ उसे मिलने वाले डेटा पर ही काम कर सकता है।
इस तरह यह नए रास्ते, Styles के बारे में सोच नही सकता है, या यह कि यह काम करने के pattern और दिए गए Templates तक ही सीमित है।
Employers और Employees अच्छे से जानते हैं कि काम की जगह पर creativity कितनी ज़रूरी है।
Creative Boring, दोहराई जाने वाले actions के बजाय किसी नयी और अलग तरह का ख़ुशगवार! अहसास पेश करती है। जबकि AI चीजों को एक ही तरीके से दोहराने के लिए design किया गया है। और Creativity! innovation की जड़ है।
Creative सोच का रिश्ता Out Of Box से बाहर सोचने की सलाहियत है। और Machines को box के अंदर सोचने लिए design किया गया है।
इसका मतलब यह है कि AI tools! दिए गए functions और डेटा पर ही काम कर सकते हैं। innovation के लिए AI इंसानों की जगह कभी नही ले सकता है।
7. AI को सच जानने के लिए जाँच की ज़रूरत होती है।
एक बड़ी परेशानी AI Chatbot जैसे ChatGPT के साथ यह है कि यह अक्सर गलत होते हैं, और इसके Fact check के लिए Humans की ज़रूरत होती है। यह सच है कि AI तेज़ी से सीखने की सलाहियत रखता है।
लेकिन इसमें Common sense की कमी है, और यह उस हद तक! तर्क और तथ्यों का मुक़ाबला करने में असमर्थ है जितना इंसान कर सकता है। यही वजह है कि शायद! आपको AI से कुछ चीज़ें पूछने से बचना चाहिए।
Conclusion
नतीजा यह है कि AI खुद जाँच करने का क़ाबिल नही है इसलिए इंसानी Modrator की ज़रूरत पड़ती है। इसलिए Fact-cheking Future में एक प्रमुख! और ज़रूरी career बन जाएगा। लिहाज़ा इस दौरान आप अपनी सलाहियतों को बढ़ाना चाहेंगे।
AI के साथ काम करना सीखें, इससे डरें नहीं। AI में ऐसा कुछ है ही नही कि इससे डरा जाए। फिर भी आपको ऐसे क़दम उठाने होंगे कि आपका Game AI से Replace न हो।
अपनी field के ताज़ा तरीन trend से आशना रहें। और नईं-नई creative चीज़ें आज़माते रहें। इस तरह आप एक ऐसा Asset बन जाएंगे! जिसे खोने का risk किसी भी Employer को नही होगा।
तो अगर आप अगली बार सुनें कि AI इंसानों की जगह ले लेगा, और इंसानों की jobs ख़त्म कर देगा, तो यह Article ज़रूर ऐसे लोगों तक पहुँचा दें, और यक़ीन रखें कि AI हमेशा इंसानों के पास ही रहे।
Hello readers! I’m Anwar! my expertise in photography & picture editings tips…i want to share unique content with my readers! so please don’t hesitate to ask me anything!
Thanx!